दिमाग खाने वाले अमीबा ने पाकिस्तान में दस लोगों की जान ले ली
नेगलेरिया फाउलेरी क्या है?
नेगलेरिया फाउलेरी एक पानी से फैलने वाला अमीबा है जो प्राथमिक अमीबिक मेनिन्जोएन्सेफलाइटिस (पीएएम) नामक मस्तिष्क का घातक संक्रमण पैदा कर सकता है। यह गर्म, ताजे पानी में पाया जाता है, जैसे झीलें, नदियाँ और स्विमिंग पूल।
नेगलेरिया फाउलेरी के लक्षण
दूषित पानी के संपर्क में आने के 5 से 7 दिनों के भीतर पीएएम के लक्षण आमतौर पर विकसित होते हैं। इनमें शामिल हैं:
- बुखार
- सिरदर्द
- मतली और उल्टी
- गर्दन अकड़ना
- भ्रम
- दौरे
- कोमा
नेगलेरिया फाउलेरी कैसे फैलता है?
नेगलेरिया फाउलेरी आमतौर पर नाक से शरीर में प्रवेश करता है, आमतौर पर दूषित पानी में तैरते या गोता लगाते समय। फिर यह नाक की झिल्ली से मस्तिष्क तक जाता है।
नेगलेरिया फाउलेरी का इलाज
पीएएम का कोई इलाज नहीं है, लेकिन जल्दी निदान और इलाज से बचने की संभावना बढ़ सकती है। उपचार में आमतौर पर एंटीबायोटिक्स और एंटीफंगल दवाओं का संयोजन शामिल होता है।
पाकिस्तान में हालिया प्रकोप
मई 2022 में, पाकिस्तान के कराची में पीएएम का प्रकोप हुआ। जुलाई 2022 तक, संक्रमण से दस लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकांश पीड़ितों का तैराकी का इतिहास नहीं था, जिससे पता चलता है कि वे संभवतः दूषित पेयजल के संपर्क में आए होंगे।
नेगलेरिया फाउलेरी की रोकथाम
पीएएम को रोकने के लिए कोई टीका नहीं है, लेकिन संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए आप कई कदम उठा सकते हैं:
- गर्म, ताजे पानी में तैरने या गोता लगाने से बचें, खासकर गर्मियों के महीनों में।
- यदि आप ताजे पानी में तैरते हैं, तो नाक क्लिप या नाक प्लग पहनें।
- नल के पानी से नेति पॉट या अन्य नाक सिंचाई उपकरणों का उपयोग न करें। इसके बजाय डिस्टिल या उबला हुआ पानी इस्तेमाल करें।
- यदि आपके पास पीएएम के कोई लक्षण हैं, तो तुरंत चिकित्सीय सहायता लें।
नेगलेरिया फाउलेरी का इतिहास
नेगलेरिया फाउलेरी की खोज सबसे पहले 1961 में ऑस्ट्रेलिया में हुई थी। तब से, इसे दुनिया के 30 से अधिक देशों में रिपोर्ट किया गया है। अधिकांश मामले बच्चों और युवा वयस्कों में हुए हैं।
बच्चों में नेगलेरिया फाउलेरी
बच्चे वयस्कों की तुलना में पीएएम से पीड़ित होने के अधिक जोखिम में होते हैं क्योंकि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली पूरी तरह से विकसित नहीं होती है। वे उन गतिविधियों में शामिल होने की भी अधिक संभावना रखते हैं जो उन्हें दूषित पानी के संपर्क में लाती हैं, जैसे तैराकी और गोताखोरी।
पाकिस्तान में नेगलेरिया फाउलेरी
2006 के बाद से पाकिस्तान में पीएएम का यह पहला प्रकोप है। पाकिस्तानी सरकार इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और कराची में पानी की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए काम कर रही है।
जारी जांच
कराची में प्रकोप के स्रोत की अभी भी जांच की जा रही है। अधिकारी शहर के विभिन्न हिस्सों से पीने के पानी का परीक्षण कर रहे हैं और स्वास्थ्य कर्मियों और समुदाय के बीच जागरूकता अभियान चला रहे हैं।