ज़्यादा धुलाई: ऐसी 6 चीज़ें जिन्हें आप बिना एहसास के बर्बाद कर रहे हैं
ज़्यादा धुलाई की समस्याएं
हालाँकि साफ-सफाई बनाए रखना बहुत ज़रूरी है, लेकिन कुछ चीज़ों की ज़्यादा धुलाई नुकसानदेह हो सकती है। विशेषज्ञ आगाह करते हैं कि ज़्यादा धुलाई कपड़े की बनावट को ख़राब कर सकती है, जिससे कपड़े जल्दी घिस-पिट जाते हैं और फट जाते हैं। अलग-अलग कपड़ों के लिए कितनी बार धोना सही रहेगा, यह समझना उनके अच्छी क्वालिटी और टिकाऊपन को बनाए रखने के लिए बहुत ज़रूरी है।
नहाने के तौलिए: ज़्यादा धुलाई करने की वजह
नहाने के तौलिए ज़्यादा धोए जाने के लिए जाने जाते हैं। बार-बार धोने से तौलिये मुलायम नहीं रहते और रेशों की उम्र भी कम हो जाती है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि तौलियों को 3 से 4 बार इस्तेमाल करने के बाद ही धोना चाहिए, बशर्ते उनको इस्तेमाल करने के बाद अच्छी तरह सुखाया जाए।
कंबल: कम ही ज़्यादा होता है
कंबल, भले ही उनका इस्तेमाल अक्सर किया जाता हो, लेकिन उनकी ज़्यादा धुलाई नहीं करनी चाहिए। ज़्यादा धुलाई करने से कंबल के रेशे सख्त और उलझे हुए हो जाते हैं, जिससे वे आरामदायक नहीं रहते। इस्तेमाल के हिसाब से, हर 3 से 4 हफ़्ते में एक बार कंबल धोना काफ़ी है।
बिस्तर की चादरें: हर दो हफ़्ते में धोना सबसे अच्छा
बिस्तर की चादरों को हफ़्ते में एक बार धोने का पुराना तरीक़ा अब पुराना हो चुका है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि चादरों को हर दो हफ़्ते में एक बार ही धोना चाहिए, सिवाए इसके कि उन पर कुछ गिरा हो या आप बीमार हों। हल्के और प्राकृतिक डिटर्जेंट चादरों की क्वालिटी बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
डेनिम: उसे धीरे-धीरे फीका होने दें
डेनिम की खूबसूरती धीरे-धीरे फीकी पड़ने और समय के साथ आरामदायक होने में है। डेनिम को ज़्यादा धोने से यह प्रक्रिया तेज़ हो जाती है, जिससे रेशे कमज़ोर हो जाते हैं और आकार ख़राब हो जाता है। हर 5 से 10 बार पहनने के बाद ही धुलाई की संख्या सीमित रखें, इसके बजाय छोटे दाग़-धब्बों के लिए स्पॉट क्लीनिंग करें।
कालीन और गलीचे: संतुलन बनाए रखें
कालीन और गलीचों पर गंदगी जमा हो जाती है, लेकिन ज़्यादा सफाई करने से रेशे ख़राब हो सकते हैं और फफूंदी लग सकती है। कुछ दिनों या हफ़्ते में एक बार वैक्यूम करना सही रहता है, जबकि हर 12 से 18 महीने में एक बार प्रोफ़ेशनल शैंपू करना चाहिए। बीच-बीच में दाग़-धब्बों और गिरी हुई चीज़ों को स्पॉट क्लीन करना काफ़ी है।
तकिए: आराम के लिए हल्की देखभाल
तकियों की ज़्यादा धुलाई करने से उनमें उभार आ जाते हैं और वे आरामदायक नहीं रहते। हर दो से तीन महीने में एक बार ही धुलाई की संख्या सीमित रखें। तकिए के कवर गंदगी से सुरक्षा देते हैं, लेकिन तकिए के प्रोटेक्टर नमी, दाग़-धब्बों और एलर्जी से और भी ज़्यादा सुरक्षा दे सकते हैं।
कपड़ों की देखभाल के लिए अतिरिक्त सुझाव
- हल्के डिटर्जेंट इस्तेमाल करें और ब्लीच से बचें।
- कपड़ों को जितना हो सके हवा में सुखाएँ ताकि कपड़े ख़राब न हों।
- वॉशिंग मशीन या ड्रायर में ज़्यादा कपड़े न भरें।
- तौलियों और कंबलों की मुलायमियत बढ़ाने के लिए फ़ैब्रिक सॉफ़्नर इस्तेमाल करने पर विचार करें।
- कपड़ों पर दिए धुलाई संबंधी निर्देशों पर ध्यान दें।
निष्कर्ष
ज़्यादा धुलाई अलग-अलग कपड़ों के लिए नुकसानदेह हो सकती है, उनकी उम्र कम कर सकती है और उनकी क्वालिटी ख़राब कर सकती है। अलग-अलग मटीरियल के लिए सही धुलाई का शेड्यूल समझकर आप उनकी सही स्थिति बनाए रख सकते हैं, उन्हें आरामदायक बनाए रख सकते हैं और उनके इस्तेमाल की अवधि बढ़ा सकते हैं।